RBI आज करेगा फैसला, बैंकों पर लगने वाला 10% ICRR हटेगा या घटेगा?

क्या भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) बैंकों पर लगाए गए 10% इंक्रिमेंटल कैश रिजर्व रेश्यो यानी ICRR को आज खत्म कर देगा या इसमें कटौती करेगा. आज इसका फैसला हो जाएगा.

क्या भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) बैंकों पर लगाए गए 10% इंक्रिमेंटल कैश रिजर्व रेश्यो यानी ICRR को आज खत्म कर देगा या इसमें कटौती करेगा. आज इसका फैसला हो जाएगा.
पिछले महीने 10 अगस्त की पॉलिसी में रिजर्व बैंक ने सिस्टम से लिक्विडिटी खींचने के लिए 10% ICRR (Incremental Cash Reserve Ratio) लागू किया था, साथ ही ये भी कहा था कि इसकी 8 सितंबर को यानी आज समीक्षा की जाएगी. अब बाजार और बैंकों की नजर इसी बात पर टिकी है कि रिजर्व बैंक ICRR को हटाता है या इसको घटाता है.
आखिर क्यों RBI ने लगाया 10% ICRR?
पिछली पॉलिसी में गवर्नर शक्तिकांता दास (Shaktikanta Das) ने पॉलिसी स्टेटमेंट में कहा था, ’12 अगस्त से सभी शेड्यूल्ड बैंकों को अपने बढ़े हुए NDTL (Net Demand And Time Liabilities) पर 10% ICRR मेंटेन करना होगा. रिजर्व बैंक के ICRR लगाने से अनुमान है कि सिस्टम से अतिरिक्त करीब 1 लाख करोड़ रुपये की लिक्विडिटी खींच लगी गई है.
RBI का कहना था कि 2000 रुपये के नोटों के सिस्टम में वापस आने से लिक्विडिटी एक सीमा से ज्यादा बढ़ गई है. इसलिए रिजर्व बैंक ने 19 मई से 28 जुलाई के बीच के जुटाए गए डिपॉजिट पर ICRR लगाने का ऐलान किया था. रिजर्व बैंक ने 19 मई को 2000 रुपये के नोटों को वापस लेने का ऐलान किया था. RBI ने कहा कि इससे बाजार में अतिरिक्त लिक्विडिटी कम होगी और महंगाई को काबू में रखने में मदद मिल सकेगी.
अब अगर रिजर्व बैंक ICRR को हटाता है तो ऐसी स्थिति में बैंकों के पास फिर से लिक्विडिटी ज्यादा होगी, वो ज्यादा लोन दे सकेंगे.
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